30+ Swami Vivekananda Thoughts In Hindi | विवेकानंद के विचार

Swami Vivekananda Thoughts In Hindi
Swami Vivekananda Thoughts In Hindi

मेहनत से जीवन की हर मुश्किल से बाहर निकला जा सकता है”

“समस्त प्रकृति आत्मा के लिए है, आत्मा प्रकृति के लिए नहीं।”

Swami Vivekananda Thoughts In Hindi

“मौन, क्रोध की सर्वोत्तम चिकित्सा है।”

“बल ही जीवन है और दुर्बलता मृत्यु।”

Swami Vivekananda Thoughts In Hindi

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“दिल और दिमाग के टकराव में दिल की सुनो।”

“जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप ईश्वर पर विश्वास नहीं कर सकते।”

Swami Vivekananda Thoughts In Hindi

“खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है।”

“चिंतन करो, चिंता नहीं; नए विचारों को जन्म दो।”

“यदि परिस्थितियों पर आपकी मजबूत पकड़ है तो जहर उगलने वाला भी आपका कुछ नही बिगाड़ सकता।”

“वो मजबूत आदमी है। जो कहता है कि मैं अपनी किस्मत स्वयं बनाऊंगा।”

Swami Vivekananda Thoughts In Hindi

“ज्ञान का प्रकाश सभी अंधेरों को खत्म कर देता है।”

“शक्ति जीवन है, निर्बलता मृत्यु है। विस्तार जीवन है, संकुचन मृत्यु है। प्रेम जीवन है, द्वेष मृत्यु है।”

“भय और अपूर्ण वासना ही समस्त दुःखों का मूल है।”

“अनुभव ही आपका सर्वोत्तम शिक्षक है। जब तक जीवन है सीखते रहो।”

Vivekananda Thoughts In Hindi

Vivekananda Thoughts In Hindi

“शिक्षा व्यक्ति में अंतर्निहित पूर्णता की अभिव्यक्ति है।”

“सच को कहने के हजारों तरीके हो सकते हैं और फिर भी सच तो वही रहता है।”

“कुछ मत पूछो, बदले में कुछ मत मांगो। जो देना है वो दो, वो तुम तक वापस आएगा। परन्तु उसके बारे में अभी मत सोचो।”

“वह नास्तिक है, जो अपने आप में विश्वास नहीं रखता।”

Vivekananda Thoughts In Hindi

“जितना बड़ा संघर्ष होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी”

“तुम अपनी मंजिल को तो रातों-रात नहीं बदल सकते परंतु अपनी दिशा को रातों रात बदल सकते हैं।”

“दुनिया एक महान व्यायामशाला है, जहाँ हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं।”

“जिस समय जिस काम के लिए प्रतिज्ञा करो, ठीक उसी समय पर उसे करना ही चाहिये, नहीं तो लोगो का विश्वास उठ जाता है।”

विवेकानंद के विचार

विवेकानंद के विचार

“कर्म योग का रहस्य है कि बिना किसी फल की इच्छा के कर्म करना है, यह भगवान कृष्ण द्वारा श्रीमद्भगवद्गीता में बताया गया है।”

“बाहर की दुनिया बिलकुल वैसी है, जैसा कि हम अंदर से सोचते हैं। हमारे विचार ही चीजों को सुंदर और बदसूरत बनाते हैं। पूरा संसार हमारे अंदर समाया हुआ है, बस जरूरत है चीजों को सही रोशनी में रखकर देखने की।”

“आप जोखिम लेने से भयभीत न हो। यदि आप जीतते हैं तो आप नेतृत्व कर सकते हैं। यदि हारते हैं तो आप दूसरों का मार्गदर्शन कर सकते हैं।”

“मनुष्य जैसे जैसे उन्नति करता है। विवेक और प्रेम उसके जीवन के आदर्श बनते जाते हैं। उसकी इन बातों का जैसे जैसे विकास होता है वैसे ही उसके इंद्रिय विषयों में आनंद करने की शक्ति क्षीण होती जाती है।”

विवेकानंद के विचार

“यदि अच्छी चीजें आएं तो उनका स्वागत है। यदि वो जाती हैं तो भी उनका स्वागत है। जाने दो! जब वह आती है, तो भी धन्य है जब जाती हैं तो भी धन्य है।”

“जिस शिक्षा से हम अपना जीवन निर्माण कर सके, मनुष्य बन सके ,चरित्र गठन कर सके और विचारों की सामंजस्य कर सकें। वही वास्तव में शिक्षा कहलाने योग्य है।”

“यह मत भूलो कि बुरे विचार और बुरे कार्य तुम्हें पतन की और ले जाते हैं । इसी तरह अच्छे कर्म व अच्छे विचार लाखों देवदूतों की तरह अनंतकाल तक तुम्हारी रक्षा के लिए तत्पर हैं।”

“नेतृत्व करते समय सबके दास हो जाओ। निस्वार्थ हो और कभी एक दोस्त को पीठ पीछे दूसरे की निंदा करते मत सुनो। अनंतत: सफलता तुम्हारे हाथ लगेगी।”

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