30+ Chanakya Thoughts In Hindi | आचार्य चाणक्य के विचार हिंदी में


“सबसे बड़ा गुरु मंत्र, अपने राज किसी को भी मत बताओ। ये तुम्हे खत्म कर देगा।”
“संधि और एकता होने पर भी सतर्क रहें।”

“आदमी अपने जन्म से नहीं अपने कर्मों से महान होता है।”
“एक समझदार आदमी को सारस की तरह होश से काम लेना चाहिए और जगह, वक्त और अपनी योग्यता को समझते हुए अपने कार्य को सिद्ध करना चाहिए।”
Chanakya Thoughts In Hindi

“किसी विशेष प्रयोजन के लिए ही शत्रु मित्र बनता है।”
“ईश्वर मूर्तियों में नहीं है। आपकी भावनाएँ ही आपका ईश्वर है। आत्मा आपका मंदिर है।”

“पुस्तकें एक मुर्ख आदमी के लिए वैसे ही हैं, जैसे एक अंधे के लिए आइना।”
“शिकारपरस्त राजा धर्म और अर्थ दोनों को नष्ट कर लेता है।”
“एक राजा की ताकत उसकी शक्तिशाली भुजाओं में होती है। ब्राह्मण की ताकत उसके आध्यात्मिक ज्ञान में और एक औरत की ताक़त उसकी खूबसूरती, यौवन और मधुर वाणी में होती है।”
“आग सिर में स्थापित करने पर भी जलाती है। अर्थात दुष्ट व्यक्ति का कितना भी सम्मान कर लें, वह सदा दुःख ही देता है।”

“गरीब धन की इच्छा करता है, पशु बोलने योग्य होने की, आदमी स्वर्ग की इच्छा करते हैं और धार्मिक लोग मोक्ष की।”
“भाग्य के विपरीत होने पर अच्छा कर्म भी दु:खदायी हो जाता है।”
“जो गुजर गया उसकी चिंता नहीं करनी चाहिए, ना ही भविष्य के बारे में चिंतिंत होना चाहिए। समझदार लोग केवल वर्तमान में ही जीते हैं।”
“संकट में बुद्धि भी काम नहीं आती है।”
आचार्य चाणक्य के विचार

“शत्रु की दुर्बलता जानने तक उसे अपना मित्र बनाए रखें।”
“जो जिस कार्ये में कुशल हो उसे उसी कार्ये में लगना चाहिए।”
“चोर और राज कर्मचारियों से धन की रक्षा करनी चाहिए।”
“भूख के समान कोई दूसरा शत्रु नहीं है।”

“विद्या ही निर्धन का धन है।”
“शत्रु के गुण को भी ग्रहण करना चाहिए।”
“अपने स्थान पर बने रहने से ही मनुष्य पूजा जाता है।”
“सभी प्रकार के भय से बदनामी का भय सबसे बड़ा होता है।”
Chanakya Thoughts

“किसी भी कार्य में पल भर का भी विलम्ब ना करें।”
“एक संतुलित मन के बराबर कोई तपस्या नहीं है। संतोष के बराबर कोई खुशी नहीं है। लोभ के जैसी कोई बिमारी नहीं है। दया के जैसा कोई सदाचार नहीं है।”
“ये मत सोचो की प्यार और लगाव एक ही चीज है। दोनों एक दूसरे के दुश्मन हैं। ये लगाव ही है जो प्यार को खत्म कर देता है।”
“जैसे एक सूखा पेड़ आग लगने पे पुरे जंगल को जला देता है। उसी प्रकार एक दुष्ट पुत्र पुरे परिवार को खत्म कर देता है।”

“दौलत, दोस्त ,पत्नी और राज्य दोबारा हासिल किये जा सकते हैं, लेकिन ये शरीर दोबारा हासिल नहीं किया जा सकता।”
“पृथ्वी सत्य पे टिकी हुई है। ये सत्य की ही ताक़त है, जिससे सूर्य चमकता है और हवा बहती है। वास्तव में सभी चीज़ें सत्य पे टिकी हुई हैं।”
“जिस आदमी से हमें काम लेना है, उससे हमें वही बात करनी चाहिए जो उसे अच्छी लगे। जैसे एक शिकारी हिरन का शिकार करने से पहले मधुर आवाज़ में गाता है”
“फूलों की खुशबू हवा की दिशा में ही फैलती है, लेकिन एक व्यक्ति की अच्छाई चारों तरफ फैलती है।”
“जो हमारे दिल में रहता है, वो दूर होके भी पास है। लेकिन जो हमारे दिल में नहीं रहता, वो पास होके भी दूर है।”
“एक आदर्श पत्नी वो है जो अपने पति की सुबह माँ की तरह सेवा करे और दिन में एक बहन की तरह प्यार करे और रात में एक वेश्या की तरह खुश करे।”